मूरख नै समझावतां, ग्यान गांठ रो जाय। कोयलो हुवै न ऊजळो, सौ मण साबुण लाय।।

मूरख नै समझावतां, ग्यान गांठ रो जाय। कोयलो हुवै न ऊजळो, सौ मण साबुण लाय।।

MARWARI KAHAWATE

MARWARI PATHSHALA

10/27/20241 min read

मूरख नै समझावतां, ग्यान गांठ रो जाय।
कोयलो हुवै न ऊजळो, सौ मण साबुण लाय।।

मूर्ख को समझाते हुए अपनी गांठ का ज्ञान भी चला जाता है। वह मूर्ख का मूर्ख रहता है। अब भले ही सौ मन साबुन ही क्यों न लाया जाए, कोयला तो कोई सफेद होने से रहा।

दो जाट भाई थे। बड़ा सयाना और छोटा भोला था। एक दिन बड़े भाई ने कहा कि मुझे तो आज कल खेत में बहुत काम है, इसलिए मैं तो अपनी ससुराल जा नहीं सकता। तू जाकर अपनी भाभी को उसके पीहर से ले आ। छोटे भाई ने कहाकि मैं भाभी को लेने नहीं जाऊंगा, क्योंकि वहां स्त्रियां तरह तरह की बातें मुझसे पूछेंगी, उन सब का उत्तर मुझसे नहीं दिया जाएगा। तब बड़े भाई ने उसे समझाया कि तुम अधिक बात ही मत करना, सिर्फ हां या ना में उत्तर दे देना। यह तो तुमकर ही सकते हो। बड़े भाई की यह सीख पसंद आई और वह अपनी भाभी को लाने के लिए चला गया। भाई की ससुराल पहुंचने पर वहां स्त्रियों ने उससे पूछा कि क्या तुम अपनी भाभी को लेने लिए आए हो? तब उसने कहा कि हां। फिर उन्होंने पूछा कि वे स्वयं नहीं आए? तब उसने कह दिया कि ना। फिर उससे पूछा गया कि क्या वे बीमार है? तब उसने सोचा कि भाई तो बीमार नहीं है, लेकिनअब हां कहने की बारी है। इसलिए उसने कह दिया कि हां। फिर स्त्रियों ने पूछा कि क्या वे चल फिर नहीं सकते? तब उसने कहा कि ना । फिर स्त्रियों ने पूछाकि क्या वैद्यों ने बिलकुल उत्तर दे दिया है? उसने कहा कि हां। और जब स्त्रियों ने पूछा कि क्या उनके बचने की कोई आशा नही हैं? तब उसने उत्तर दिया कि ना। अंत में स्त्रियों ने पूछा कि क्या जंवाईसा मर गए? तब उसने कह दिया कि हां। इतना सुनते ही घर में रोना-धोना मच गया। जाट की स्त्री की चूडिय़ां वगैरह तोडक़र उसे विधवा का बना पहना दिया गया और वह मूर्ख अपना सा मुंह लेकर अकेले ही अपने घर लौट आया। उसे अकेले आया देखकर जब उसके भाई ने पूछा कि या हुआ? अपनी भाभी को लेकर क्यों नहीं आए? उसने उत्तर दिया कि भाभी तो विधवा हो गई है। उसके भाई को दुख के साथ क्रोध हुआ कि यह मूर्ख क्या बकवास करता है। उसने कहा कि जब मैं मौजूद हूं तब भला वह विधवा कैसे हो सकती है? तब छोटे भाई ने कहा कि भला हो क्यों नहीं सकती? तुहारे मौजूद होते हुए मां विधवा कैसे हो गई? उसका यह उत्तर सुनकर बड़े भाई ने अपना सिर पीट लिया कि इस मूर्ख को अपनी ससुराल भेजकर मैंने गलती की। इससे सिर लगाना दीवार से सिर पीटना है। ये तो मुझे ही पागल कर देगा ।