Naag Panchami

Naag Panchami श्रावण बदी पंचमी न 'नागपंचमी' हो व । ई दिन ठण्डी रसोई खा व । एक पाटा पर जेवड़ी से सात गांठ को सांप बना कर र क्ख। सांप की जल, कच्चो दूध, मोई (बाजरा का आटा म घी और चीनी मिला कर) भीजायेड़ा मोठ-बाजरा, रोली, चावल, ठंडी रोटी, दक्षिणा चढ़ा व । पि छ नागपंचमी को कहानी सु न । मोठ-बजरा और रुपिया पर बाणो निकाल कर सासुजी न पगा लगा कर दे व । आपकी बहन-बेटियाँ क भी बाणा निकाल न भे ज । ई दिन आपकी बहन-बेटियाँ न पीर म जरुर बुलानो चाहिये

MARWARI CALENDAR

7/3/20241 min read

On the Chaturthi of Shrivan Krishna Paksha, one should prepare cold kitchen for eating as per one's wish on Panchami day and soak some gram/millet in water at night. On Panchami, in the morning, by tying seven separate knots in the moonj rope of one hand, making it in the form of a snake and placing it on the mercury, the women of the family were offered water, raw milk, roli, rice, bhongoya gram/millet and liquid, worshiped and listened to the story. Want. Put money on soaked gram/millet in a bowl, turn your hand and give it to your mother-in-law and touch her feet. A sprinkle of raw milk should be given in the house.

श्रावण बदी पंचमी न 'नागपंचमी' हो व । ई दिन ठण्डी रसोई खा व । एक पाटा पर जेवड़ी से सात गांठ को सांप बना कर र क्ख। सांप की जल, कच्चो दूध, मोई (बाजरा का आटा म घी और चीनी मिला कर) भीजायेड़ा मोठ-बाजरा, रोली, चावल, ठंडी रोटी, दक्षिणा चढ़ा व । पि छ नागपंचमी को कहानी सु न । मोठ-बजरा और रुपिया पर बाणो निकाल कर सासुजी न पगा लगा कर दे व । आपकी बहन-बेटियाँ क भी बाणा निकाल न भे ज । ई दिन आपकी बहन-बेटियाँ न पीर म जरुर बुलानो चाहिये |