Veer Tejaji - (in Marwari)
Veer Teja was born in 1073 CE on Magh Shukla Chaturdashi to Taharji and Ramkunwari in Kharnal village (Nagaur). When Tejaji went to his in-laws at Paner to pick up his wife Pemal, on the same day Mer people stole the cows of Lachha Gujari.
LOK DEVTAO KI JAI
MARWARI PATHSHALA
11/15/20241 min read
तेजाजी
तेजाजी अथवा वीर तेजाजी राजस्थानी लोकदेवता छै। इणनै शिव रै ग्यारह प्रमुख अवतारां मांय सूं एक मानीजै है अर इणनै राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात, उत्तरप्रदेश अर हरियाणा आद राज्यां मांय देवता रै रूप मांय पूज्यो जावै है| मानव विज्ञानियां रो कैणो है कै तेजाजी जाति व्यवस्था रो विरोध करण वाळा वीर है।
जलम
विक्रम संवत 1130 माघ सुदी शुक्ल पक्ष चौदास अंग्रेजी कलेंडर अनुसार श्री वीर तेजाजी महाराज का जन्म दिवस 29 जनवरी 1074 को मनाया जाता है इनके पिता तहद जी राजस्थान में नागौर जिले के खरनाल के प्रधान थे।
इणां री माता रो नांव रामकंवारी हो।तेजाजी रा माता अर पिता भगवान शिव रा उपासक हा। मान्यो जावै है कै मां राम कंवारी नै नाग देवता रै आशीर्वाद सूं बेटो मिल्यो हो। जलम रै बगत तेजाजी री आभा इतणी जोरदार ही कै उण रो नांव तेजा बाबा राख दियो गयो।
ब्याव
तेजाजी रो विवाह ग्राम पानेर रै प्रधान रायमलजी मुथा री बेटी पेमल सूं हुयो। पेमल रो जनम बुद्ध पूर्णिमा विक्रम ई. 1131 (1074 ई.) नै हुयो। तेजाजी रो पेमल सूं ब्याव पुष्कर मांय 1074 ई. मांय हुयो जद तेजा री उमर 9 अर पेमल री उमर 6 महीनै ही। ब्याव पुष्कर पूर्णिमा रै दिन पुष्कर घाट माथै हुयो। पेमल रै मामा रो नांव खाजू-काला हो, जिका धोल्या परिवार सूं वैर राखता हा अर इण संबंध रै पक्ष में नीं हा। खाजू कला अर ताहर देव रै बीच झगड़ो होग्यो। खाजा कला इतरो क्रूर होयो कै तहद देव नै मारबा रै वास्तै उण माथै हमलो कर दियो। खुद नै अर आपरै परिवार री रक्षा सारू तहद देव नै खाजू काला नै तलवार सूं मारणो पड़्यो। इण मौकै तेजाजी रा मामा आसकरण भी मौजूद हा। आ घटना पेमल री मां नै ठीक कोनी लागी जकी अबै तहर देव अर बांरै परिवार सूं बदलो लेणो चावती ही।
मिन्दर
खरनाल (नागौर) में तेजाजी का मंदिर
सूरसुरा (अजमेर) में तेजाजी का धाम
तेजाजी रो मुख्य मिंदर खरनाल मांय है।
खरनाल मेलो
हरेक साल भाद्रपद शुक्ल पक्ष रै दसवें दिन खरनाल गांव मांय तेजाजी री याद में विशाल मेळा रो आयोजन होवै है, जिण मांय लाखों लोग वाद्ययंत्र बजावण नै आवै है।
विक्रम संवत 1130 माघ सुदी शुक्ल पक्ष चौदास अंग्रेजी कलेंडर अनुसार श्री वीर तेजाजी महाराज का जन्म दिवस 29 जनवरी 1074 को मनाया जाता है इनके पिता तहद जी राजस्थान में नागौर जिले के खरनाल के प्रधान थे।
इणां री माता रो नांव रामकंवारी हो।तेजाजी रा माता अर पिता भगवान शिव रा उपासक हा। मान्यो जावै है कै मां राम कंवारी नै नाग देवता रै आशीर्वाद सूं बेटो मिल्यो हो। जलम रै बगत तेजाजी री आभा इतणी जोरदार ही कै उण रो नांव तेजा बाबा राख दियो गयो।
ब्याव
तेजाजी रो विवाह ग्राम पानेर रै प्रधान रायमलजी मुथा री बेटी पेमल सूं हुयो। पेमल रो जनम बुद्ध पूर्णिमा विक्रम ई. 1131 (1074 ई.) नै हुयो। तेजाजी रो पेमल सूं ब्याव पुष्कर मांय 1074 ई. मांय हुयो जद तेजा री उमर 9 अर पेमल री उमर 6 महीनै ही। ब्याव पुष्कर पूर्णिमा रै दिन पुष्कर घाट माथै हुयो। पेमल रै मामा रो नांव खाजू-काला हो, जिका धोल्या परिवार सूं वैर राखता हा अर इण संबंध रै पक्ष में नीं हा। खाजू कला अर ताहर देव रै बीच झगड़ो होग्यो। खाजा कला इतरो क्रूर होयो कै तहद देव नै मारबा रै वास्तै उण माथै हमलो कर दियो। खुद नै अर आपरै परिवार री रक्षा सारू तहद देव नै खाजू काला नै तलवार सूं मारणो पड़्यो। इण मौकै तेजाजी रा मामा आसकरण भी मौजूद हा। आ घटना पेमल री मां नै ठीक कोनी लागी जकी अबै तहर देव अर बांरै परिवार सूं बदलो लेणो चावती ही।
मिन्दर
खरनाल (नागौर) में तेजाजी का मंदिर
सूरसुरा (अजमेर) में तेजाजी का धाम
तेजाजी रो मुख्य मिंदर खरनाल मांय है।
खरनाल मेलो
हरेक साल भाद्रपद शुक्ल पक्ष रै दसवें दिन खरनाल गांव मांय तेजाजी री याद में विशाल मेळा रो आयोजन होवै है, जिण मांय लाखों लोग वाद्ययंत्र बजावण नै आवै है।